इसी से एक मंत्रिमंडल के बाद दूसरा मंत्रिमंडल बनता था और अत्यंत प्रभावशाली अवर सदन द्वारा पृथक् कर दिया जाता था।
2.
इसी से एक मंत्रिमंडल के बाद दूसरा मंत्रिमंडल बनता था और अत्यंत प्रभावशाली अवर सदन द्वारा पृथक् कर दिया जाता था।
3.
इसी से एक मंत्रिमंडल के बाद दूसरा मंत्रिमंडल बनता था और अत्यंत प्रभावशाली अवर सदन द्वारा पृथक् कर दिया जाता था।
4.
यदि विधायिका द्विसदनीय है और सरकार केवल अवर सदन के प्रति जिम्मेदार है, तब “त्रिशंकु संसद” शब्द का उपयोग केवल उसी सदन के लिए किया जाता है.
5.
[3] [4] [5] यदि विधायिका द्विसदनीय है और सरकार केवल अवर सदन के प्रति जिम्मेदार है, तब “त्रिशंकु संसद” शब्द का उपयोग केवल उसी सदन के लिए किया जाता है.
6.
इसे कभी-कभार संतुलित संसद [1][2] या बिना किसी नियंत्रण वाली विधायिका भी कहा जाता है.[3][4][5] यदि विधायिका द्विसदनीय है और सरकार केवल अवर सदन के प्रति जिम्मेदार है, तब “त्रिशंकु संसद” शब्द का उपयोग केवल उसी सदन के लिए किया जाता है.